खबरें अभी तक। पद्मावत का बवाल ऐसा लगता है कि खत्म होने के नाम ही नहीं ले रहा है फिल्म की रिलीजिंग के रास्ते जहांखुलते है वही आगे का रास्ता कठिन हो जाता है ऐसा ही कुछ एक बार फिर हुआ. राजस्थान में संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत की रिलीज पर वसुंधरा राजे सरकार ने बैन लगा दिया है. भंसाली की यह फिल्म इसी महीने 25 जनवरी को रिलीज हो सकती है. इस बीच दो और राज्यों में पद्मावत को लेकर बैन जैसे विरोध की बातें सामने आ रही हैं.
हिमाचल सरकार ने भी फिल्म के प्रदर्शन से हाथ खींच लिए हैं. सूत्रों की मानें तो सरकार नहीं चाहती कि राज्य में इस फिल्म का प्रदर्शन हो. गोवा में पुलिस ने राज्य सरकार से सिफारिश की है कि पद्मावत रिलीज नहीं की जाए. इसके पीछे गोवा पुलिस का तर्क है, यह सीजन पर्यटकों का है. ऐसे में फिल्म रिलीज होने पर हिंसा या विवाद भड़क सकते हैं. ये राज्य के पर्यटन उद्योग और कानून व्यवस्था के लिए अच्छा नहीं होगा.
इससे पहले करणी सेना ने पद्मावत को क्लीनचिट देने के फैसले पर सेंसर बोर्ड का विरोध करने की धमकी दी है. सेना ने कहा है कि 12 जनवरी को मुंबई में सेंसर बोर्ड के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा. करणी सेना के कुछ नेताओं ने पूरे देश में फिल्म की रिलीज पर आपत्ति जताई है. यह भी कहा है कि अगर फिल्म रिलीज हुई तो सिनेमाघरों को जला दिया जाएगा.
करणी सेना के एक नेता ने यहां तक कहा कि अगर नाम बदलने से कोई चीज बदल जाती है तो हम पेट्रोल को गंगाजल समझकर सिनेमाघरों में छिड़कर आग लगा देंगे.
बता दें कि फिल्म के 25 जनवरी को रिलीज होने की चर्चा है लेकिन अभी तक भंसाली या वॉयकॉम 18 की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है. कुछ ही दिन पहले सेंसर ने फिल्म की सर्टिफिकेशन प्रक्रिया पूरी होने की जानकारी दी थी. सेंसर ने इसके लिए कमेटी गठित की थी. कमेटी की सिफारिशों के बाद निर्माताओं के साथ एक मीटिंग में फिल्म में 5 जरूरी बदलाव सुझाए गए थे. ये बदलाव उन बिंदुओं पर हैं जिन्हें लेकर पिछले कई महीनों से दीपिका की फिल्म पद्मावत का विरोध किया जा रहा है.